कई पत्रकारों के फर्जी हस्ताक्षर कर हड़पी स्पीकर द्वारा दी गई सरकारी ग्रांट : शिकायत के बाद जिला रजिस्ट्रार ने रद्द की प्रेस करेस्पोंडेंट एसोसिएशन : हरियाणा के जिला झज्जर के बहादुरगढ़ खंड का मामला है. यहां दैनिक जागरण समाचार पत्र में विशेष संवाददाता (जागरण द्वारा जारी पत्र अप्वाइंटमेंट लेटर नीचे संलग्न है) पद पर कार्यरत इशांत राठी कार्यरत हैं.
उन्होंने शहर के आधा दर्जन से ज्यादा पत्रकारों के फर्जी हस्ताक्षर कर एक एसोसिएशन को पंजीकृत कराया. फिर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष से 15 हजार रुपए की सरकारी ग्रांट ले ली. इस फर्जीवाड़े का पता जब अन्य पत्रकारों को लगा तो उनके होश उड़ गए. सभी पत्रकारों ने फर्जीवाड़े की शिकायत जिला रजिस्ट्रार से की. रजिस्ट्रार ने जांच के बाद संस्था को रद्द करते हुए पुलिस अधीक्षक से कानूनी कार्रवाई की अनुशंसा की है. दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता इशांत सिंह पुत्र तेजपाल राठी ने 18 अगस्त 2009 को बहादुरगढ़ के पत्रकारों प्रवीण धनखड़ (हरियाणा न्यूज), योगेंद्र सैनी (टोटल टीवी), शील भारद्वाज (अमर उजाला), सुशील वत्स (हरि भूमि), प्रमिला सैनी (साधना टीवी), पंकज रोहिल्ला व आरडी मिश्रा (दैनिक जागरण) के फर्जी हस्ताक्षर कर प्रेस करेस्पोडेंट एसोसिएशन नामक संस्था का पंजीकरण करवाया. इसके बाद तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष रघुबीर सिंह कादियान से संस्था को 15 हजार रुपए देने की घोषणा करवा दी. खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय बहादुरगढ़ से संस्था के लिए चेक (नंबर 58030) द्वारा राशि प्राप्त किया.
इशांत ने बीडीपीओ को उपरोक्त चेक प्राप्त करने के लिए किए गए आवेदन पत्र पर चेक प्राप्ति की पावती भी दे रखी है. इस पावती पर भी इशांत के अलावा कमल सिंह, योगेंद्र सैनी, सुशील वत्स व पंकज के फर्जी सह-हस्ताक्षर किए गए हैं. इन सात में से पांच पत्रकारों ने, जो बहादुरगढ़ पत्रकार संघ (रजि संख्या : 06-15बी/710/16.7.08) के सदस्य हैं, जिला फर्म एवं सोसाइटी रजिस्ट्रार को शपथपत्र दिया. इसमें कहा कि उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं. इन पत्रकारों ने स्वयं हाजिर होकर भी बयान दिया कि इस फर्जी संस्था के पंजीकरण में उनके फर्जी दस्तखत किए गए हैं. कई अन्य साक्ष्यों समेत बहादुरगढ़ पत्रकार संघ के महासचिव रवींद्र सिंह राठी व जिला सूचना अधिकार मंच के समन्वयक नरेश जून ने भी हरियाणा के मुख्यमंत्री, हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव, राज्य चौकसी ब्यूरो के उपमहानिदेशक, जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व उपमंडल अधिकारी (ना.) से समूचे घोटाले की शिकायत की.
हैरत की बात यह है कि 18 अगस्त 2009 को पंजीकृत होने वाली इस संस्था को हरियाणा विधानसभा के स्पीकर द्वारा 12 अगस्त 2009 को ही ग्रांट मंजूर कर दी गई थी. इस फर्जीवाड़े के सूत्रधार इशांत सिंह के पिता तेजपाल राठी हरियाणा विधानसभा में जनसंपर्क अधिकारी के पद पर तैनात थे, उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए सरकारी धन को हड़पने में अपने पुत्र इशांत सिंह की भरपूर मदद की. इस मामले में कार्रवाई करते हुए जिला फर्म एवं सोसाइटीज रजिस्ट्रार ने पाया कि प्रेस करेस्पोंडेंट एसोसिएशन के आवेदन में किए गए हस्ताक्षरों में और इन पत्रकारों के असली हस्ताक्षरों में दिन-रात की भिन्नता है जो इनकी शिकायत को सही सत्यापित कर रही है. इससे यह प्रतीत होता है कि इशांत सिंह पुत्र तेजपाल राठी ने उपरोक्त संस्था फर्जी ढंग से रजिस्टर करा कर हरियाणा सरकार को गुमराह करने व चूना लगाने का काम किया है. रजिस्ट्रार ने इस फर्जी संस्था को रद्द कर जिला पुलिस अधीक्षक को इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई करने की सिफारिश कर दी. संबंधित दस्तावेज व आदेश नीचे दिए जा रहे हैं.
-रवींद्र सिंह राठी की रिपोर्ट





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