यूपी के बस्ती जिले में 'आज' अखबार के पत्रकार अवनीश कुमार श्रीवास्तव के हत्यारे अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं. हत्या के दो हफ्ते बीत गए पर पुलिस कोई खुलासा नहीं कर सकी. पुलिस के इस रवैये से अवनीश के परिजन व पत्रकार खफा है. बस्ती जिले के पत्रकारों ने शनिवार को जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के बैनर तले हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर मौन जुलूस निकाला.
बाद में पत्रकार पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) से मिले और उन्हें ज्ञापन दिया. डीआईजी अभिमन्यु त्रिपाठी ने पत्रकारों को भरोसा दिया कि इस मामले में कार्यवाही जारी है. घटना को अज्ञात हत्यारों ने अंजाम दिया है, इसलिये समय लग रहा है. जल्द ही घटना का पर्दाफाश होगा और हत्यारे गिरफ्त में होंगे. पत्रकारों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि 15 दिन के भीतर पत्रकार अवनीश के हत्यारे गिरफ्तार नहीं किए गए तो आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा.
गौरतलब है कि अवनीश श्रीवास्तव की हत्या 26 जून को शहर के रौता चौराहा के पास पुलिस बूथ के निकट गोली मारकर कर दी गयी थी. तभी से जिले भर के पत्रकार आंदोलित हैं, पर पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. न ही पुलिस ने रौता पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है, जिनकी लापरवाही के कारण पुलिस कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठनी शुरू हो गयी है. कांग्रेस सांसद तथा उत्तर प्रदेश कांगेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने अवनीश की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. उन्होंने सीबीआई जांच के लिए प्रदेश सरकार से भारत सरकार को संस्तुति भेजने की मांग की.
जुलूस व ज्ञापन देने वालों में जयन्त कुमार मिश्र, दिनेश चन्द्र पाण्डेय, मजहर आजाद, संदीप गोयल, कौशल किशोर श्रीवास्तव, विपिन बिहारी त्रिपाठी, मजहर हुसैन, विनोद उपाध्याय, प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, राजेश मिश्र, सज्जाद रिज्वी, मनीष श्रीवास्तव, तनवीर आलम, राकेश चन्द्र श्रीवास्तव‘बिन्नू’, नीरज त्रिपाठी, प्रमोद शाह, प्रमोद श्रीवास्तव, जीशान हैदर रिज्वी, आमोद उपाध्याय, जयप्रकाश उपाध्याय, रमेष पाण्डेय, अनिल श्रीवास्तव, धनन्जय, मोहम्मद इब्राहीम, मोहित श्रीवास्तव, स्कन्द शुक्ला, प्रकाश चन्द्र गुप्ता आदि थे.
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